प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के नाथद्वारा में 5,500 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से 4 राष्ट्रीय राजमार्ग और 3 रेल परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया. इस मौके पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पीएम मोदी की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा, ‘मैं पीएम मोदी का स्वागत करता हूं. मुझे खुशी है कि प्रधानमंत्री आज राष्ट्रीय राजमार्ग और रेलवे परियोजनाओं को समर्पित करेंगे… पहले हम गुजरात से मुकाबला करते थे और महसूस करते थे कि हम पिछड़ रहे हैं लेकिन अब हम आगे बढ़ गए हैं.’
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा, ‘राजस्थान में एक गांव से दूसरे गांव की दूरी लंबी है और जब राज्य सरकार एक गांव से दूसरे गांव तक बिजली पहुंचाती है तो उसकी लागत अन्य राज्यों के मुकाबले ज्यादा होती है. हालात को बेहतर बनाने के लिए सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है.’ उन्होंने कहा कि पहले हम गुजरात से मुकाबला करते थे तो लगता था कि बहुत पीछे हैं. लेकिन हम पीछे नहीं हैं बल्कि बहुत आगे पहुंच चुके हैं.
3 रेल परियोजनाओं के लोकार्पण के मौके पर गहलोत ने कहा, ‘रेलवे में होने वाले कामों की वजह से रेलवे का विकास होगा और हम और आर्थिक रूप से मजबूत होंगे. आर्थिक विकास के मामले में राजस्थान दूसरे स्थान पर है. इस पर गर्व होता है.’ उन्होंने कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री को पत्र लिखता रहता हूं. आगे भी लिखता रहूंगा. जो काम बाकी हैं उनके बारे में बताता रहूंगा.’ इस दौरान गहलोत ने पीएम मोदी के समक्ष अपनी कुछ मांगें भी रखीं.
पीएम मोदी की तारीफ करते हुए गहलोत ने कहा, ‘लोकतंत्र में दुश्मनी नहीं होती, विचारधारा की लड़ाई है. सबको अपनी बात कहने का अधिकार है. एक बार मोब लिंचिंग हुई थी, मोदी जी का बयान आया कि ये एंटी सोशल एलिमेंट हैं. वही भावना हम सबकी होनी चाहिए. देश एक रहे और अखंड रहे, इसके लिए इंदिरा गांधी जी शहीद हो गईं, लेकिन खालिस्तान नहीं बनने दिया. राजीव गांधी जी शहीद हो गए. विश्व गुरु बनने की बात होती है, बन भी जाएगा. देश एक रहे अखंड रहे, इस भावना के साथ हमें आगे बढ़ना चाहिए.’
क्या बोले पीएम मोदी?
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत सरकार राज्य के विकास से देश के विकास के मंत्र पर विश्वास करती है. राजस्थान देश के सबसे बड़े राज्यों में से एक है. राजस्थान जितना विकसित होगा, भारत के विकास को भी उतनी ही गति मिलेगी. इस साल के बजट में भारत सरकार ने इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर पर 10 लाख करोड़ रुपए खर्च करना तय किया है. जब इंफ्रास्ट्रक्चर पर इतना निवेश होता है तो इसका सीधा असर उस क्षेत्र के विकास पर होता है, उस क्षेत्र में रोज़गार के अवसरों पर होता है.’
उन्होंने कहा, ‘नकारात्मकता से भरे हुए लोगों में न दूरदृष्टि होती है और न ही वे राजनीतिक स्वार्थ से ऊपर उठकर देख पाते हैं. दूरदृष्टि के साथ इंफ्रास्ट्रक्चर न बनाने का नुकसान राजस्थान ने भी खूब उठाया है. इस मरुभूमि में कनेक्टिविटी के अभाव में आना-जाना कितना मुश्किल होता था… ये आप भलिभांति जानते हैं. इस कारण यहां खेती किसानी, व्यापार, कारोबार सब कुछ मुश्किल था.’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘भारत सरकार राज्य के विकास से, देश के विकास के मंत्र पर विश्वास करती है. राजस्थान, देश के सबसे बड़े राज्यों में से एक है, राजस्थान भारत के शौर्य, भारत की धरोहर, भारत की संस्कृति का वाहक है. राजस्थान जितना विकसित होगा, भारत के विकास को उतनी ही गति मिलेगी.’