प्रदीप सिंह वाघेला ने गुजरात भाजपा के महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया है। ऐसे में 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भाजपा को झटका लगा है। प्रदीप सिंह वाघेला गुजरात भाजपा में प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल के बाद दूसरे ताकतवर नेता हैं। बीते दिनों राज्य में प्रदेश अध्यक्ष को बदलने की अटकलें लग रहीं थी। जिनमें नए प्रदेश अध्यक्ष की रेस में प्रदीप सिंह वाघेला प्रमुख उम्मीदवार बनकर उभरे थे। हालांकि अब उनकी विदाई से कई सवाल खड़े हो गए हैं। इस्तीफे पर प्रदीप सिंह वाघेला ने कहा है कि कुछ ही दिनों में सबकुछ ठीक हो जाएगा। वाघेला को गुजरात भाजपा के महासचिव पद पर 10 अगस्त 2016 को नियुक्ति हुई थी।
चर्चाओं का बाजार गर्म
प्रदीप सिंह वाघेला के इस्तीफे के बीच सूरत पर्चा कांड की चर्चा है। बता दें कि गुजरात के सूरत में बीते दिनों प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल, सांसद प्रभु वासवा और चौर्रासी विधायक संदीप देसाई को बदनाम करने की कोशिश की गई थी। इन पर्चों में फंड को लेकर धांधली के आरोप लगाए गए थे। चौर्रासी विधायक संदीप देसाई ने इस मामले में क्राइम ब्रांच में शिकायत की थी। इस पर्चे कांड का शक पार्टी के ही नेताओं पर जताया जा रहा था। चर्चा है कि इस मामले की जांच में कई बड़े नामों का खुलासा हो सकता है।