गुजरात के महेसाणा जिले के वडनगर में भारत का इंस्पिरेशनल डेस्टिनेशन बनने जा रहा है. ये गांव देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जन्मस्थली है. केंद्रीय सांस्कृतिक मंत्रालय ने इस जगह को आने वाले दिनों में इंस्पिरेशनल डेस्टिनेशन के तौर पर विकसित करने का फैसला किया है.
केंद्र सरकार का दावा है कि वडनगर का स्कूल 19वीं शताब्दी का है, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी ने पढ़ाई की थी. इस स्कूल को इंस्पिरेशनल डेस्टिनेशन के रूप में तैयार किया जा रहा है, जिसका नाम प्रेरणा दिया गया है. यहां पर देशभर से 1500 बच्चों को लाया लाएगा, जिनको प्रेरणादायक चीजें सुनाई जाएंगी. सरकार का दावा है कि इससे बच्चों को जीवन में बेहतर करने की प्रेरणा मिलेगी.
पीएम मोदी के गांव वडनगर को लेकर केंद्रीय सांस्कृतिक मंत्रालय की बड़ी योजना है, जिसके तहत बड़े स्तर पर इलाके का विकास शामिल है. इसके तहत वडनगर इलाके का विकास चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा. फिलहाल चार चरणों में वडनगर को विकसित किया जाएगा.
सूत्रों के अनुसार वडनगर में सबसे पहले इलाके में एक बड़ा म्यूजियम तैयार किया जाएगा. यहां पर फिलहाल खुदाई चल रही है. खुदाई में मिली चीजों को इस म्यूजियम में रखा जाएगा. इसे विश्व स्तर का बनाया जाएगा और टूरिस्टों के लिए खोला जाएगा.
सांस्कृतिक मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी ने जिस स्कूल में पढ़ाई की है, उसे पुराने लुक में बनाया जाएगा. मसलन 19वीं शताब्दी में जैसे दिखता था ठीक उसी तरह से उसे विकसित किया जाएगा. इसमें 8 क्लासरूम हैं, जहां डिजिटल और फिजिकल एजुकेशन का इंतजाम होगा.
सांस्कृतिक मंत्रालय के अनुसार वडनगर का बौद्ध और जैन धर्म से गहरा संबंध रहा है. पुराने जमाने में चीन से भी वडनगर का संबंध रहा है. वडनगर में चल रही खुदाई से जो चीजें प्राप्त हुई हैं, उससे ढाई हजार साल पहले की सभ्यता का पता चलता है. दावा यह भी किया जा रहा है कि वडनगर का वर्णन महाभारत, पुराण और कई ग्रन्थों में किया गया है. इस तरह की विस्तृत खोज अभी तक भारत में नहीं हुई है.