गुजरात पर बिपरजोय चक्रवाती तूफान का संकट छा गया है। यह चार किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर की ओर बढ़ रहा है। इसकी वजह से पोरबंदर को छोड़कर गुजरात के सभी बंदरगाहों पर दो नंबर सिग्नल लगाए गए हैं। पोरबंदर के बंदरगाह पर एक नंबर का सिग्नल लगाया गया है। यह तूफान अभी समुद्र में पोरबंदर से करीब एक हजार किलोमीटर दूर है। तूफान के कारण गुजरात में मानसून के प्रवेश पर असर पड़ने की संभावना जताई गई है।
अरब सागर में लो-डिप्रेशन के कारण सौराष्ट्र के समुद्र किनारे के क्षेत्र में अलर्ट जारी किया गया है। सौराष्ट्र के सभी बंदरगाहों पर दो नंबर के सिग्नल लगाए गए हैं। जामनगर के बेडीबंदरगाह, नवाबंदरगाह, रोजीबंदर, सिक्का, देवभूमि द्वारका जिले के ओखा बंदरगाह, सलाया बंदरगाह वाडीनार, पोरबंदर जिले के नवी बंदरगाह समेत बंदरगाहों पर दो नंबर के सिग्नल लगा दिए गए हैं। मछुआरों को समुद्र में जाने से मना किया गया है।
हालांकि सामान्य रूप से 10 जून से समुद्र में जाने से मछुआरों को मना किया जाता है। इस बार मौसम विज्ञान विभाग की चेतावनी की वजह से उन्हें समुद्र में जाने से मना किया गया है। समुद्र तट के सभी क्षेत्र के लोगों के लिए भी चेतावनी जारी की गई है। विभाग के अनुसार 8 जून को तेज चक्रवाती तूफान की आशंका जताई गई है। अरब सागर में बिपरजोय तूफान की आशंका को लेकर प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है।
चक्रवाती तूफान के कारण राज्य के कई जिलों में तेज आंधी के साथ बारिश की संभावना जताई गई है। भारी बारिश की आशंका को लेकर सुरक्षा दलों को भी अलर्ट किया गया है। विभाग के अनुसार उत्तर पश्चिम की ओर डिप्रेशन उत्पन्न होने के कारण तूफान आगे बढ़ रहा है। इसका असर महाराष्ट्र और गुजरात के कई जिलों पर हो सकता है।