भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने Vishwas Dnyan Prabodhini and Research Institute के सहयोग से 5 और 6 अक्टूबर, 2023 को दो दिवसीय कम्युनिटी रेडियो अवेयरनेस वर्कशॉप का आयोजन किया। गुजरात के एकता नगर में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के प्रांगण में आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य कम्युनिटी रेडियो पॉलिसी के दिशानिर्देशों के बारे में जागरूक करना और स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाने के लिए कम्युनिटी रेडियो स्टेशन की सक्षमता को एक्सप्लोर करना था।
कम्युनिटी रेडियो स्टेशन एक लो पावर एफएम स्टेशन है जिसका कवरेज एरिया लगभग 10-15 किलोमीटर तक ही होता है। 5 और 6 अक्टूबर को आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला में लगभग 35-40 गैर सरकारी संगठनों, कृषि विज्ञान केंद्रों और शैक्षणिक संस्थानों ने भाग लिया। भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय की अपर सचिव सुश्री नीरजा शेखर ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा, “स्थानीय समुदायों में जागरूकता पैदा करने और ऐसे क्षेत्रों में जहाँ लोगों के पास अन्य संचार साधन का माध्यम बहुत ही कम है, वहाँ के वंचित समुदाय के सशक्तिकरण के लिए कम्युनिटी रेडियो स्टेशन्स एक शक्तिशाली माध्यम की भूमिका निभा सकते हैं।” उन्होंने आगे कहा कि ये स्टेशन समाज में मौजूद सामाजिक और आर्थिक विभाजन के अंतर को भी दूर करने का काम कर रहे हैं।
इस कार्यशाला कार्यक्रम में राजस्थान, गोवा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात सहित पांच राज्यों के लोगों ने भाग लिया। कार्यक्रम के प्रतिभागियों ने इंटरैक्टिव सेशन्स में भाग लिया, अपनी अपेक्षाओं को साझा किया और कम्युनिटी रेडियो की उपयोगिता पर चर्चा की। इस कार्यशाला में प्रतिभागियों को कम्युनिटी रेडियो स्टेशन्स के लिए विस्तृत दिशानिर्देश, पात्रता मानदंड समझाए गए, और ऑनलाइन आवेदन पत्र भरने के लिए चरण-दर-चरण मार्गदर्शन भी दिया गया। प्रतिभागियों ने जब रेडियो यूनिट को विज़िट किया तो वहाँ उन्हें रेडियो के विभिन्न उपकरणों को कैसे संचालित किया जाए, कार्यक्रम कैसे बनाएं और स्थानीय समुदाय को उनकी रुचि के कार्यक्रम बनाने में कैसे शामिल किया जाए, इस बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
इस कार्यशाला के दौरान उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के असिस्टेन्ट प्रोजेक्ट डायरेक्टर श्री अमित द्विवेदी और SOUADTGA के एडिशनल कलेक्टर श्री गोपाल बामणिया भी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के CRS के अपर निदेशक श्री गौरीशंकर केसरवानी ने कहा कि वर्तमान में देश में 465 कम्युनिटी रेडियो संचालित हो रहे हैं। सरकार का लक्ष्य देश के हर जिले में कम से कम एक कम्युनिटी रेडियो स्टेशन स्थापित करना है। अपने प्रेज़ेन्टेशन में, श्री केसरवानी ने बताया कि ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस को ध्यान में रखते हुए हमने पूरी आवेदन प्रक्रिया को ऑनलॉइन और सरल बनाया गया है जो बहुत ही यूज़र फ्रेन्डली भी है। इसके परिणाम स्वरूप, लाइसेंसिंग में लगने वाले समय में अब उल्लेखनीय कमी आई है।
SOUADTGA के एडिशनल कलेक्टर श्री गोपाल बामणिया ने अपने संबोधन में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर “रेडियो यूनिटी 90 FM” के महत्वपूर्ण प्रभाव के बारे में बात की और कहा कि “रेडियो यूनिटी 90 FM” स्थानीय लोगों और आगंतुकों दोनों के लिए एक मनोरंजन का साधन बन गया है। यह एक अनोखा रेडियो स्टेशन है क्योंकि यहाँ रेडियो जॉकी संस्कृत में वार्तालाप करते हैं, जिसका उल्लेख माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अपने लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम “मन की बात” में भी किया था।
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में आयोजित कम्युनिटी रेडियो अवेयरनेस वर्कशॉप ने रेडियो में रुचि रखने वाले लोगों, इस क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों और सरकारी अधिकारियों को कम्युनिटी ब्रॉडकस्टिंग के क्षेत्र के बारे में गहराई से जानने व समझने के लिए एक उल्लेखनीय मंच प्रदान किया है। इसने कम्युनिटी रेडियो स्टेशन्स की सूचना प्रसारित करने की क्षमता और स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाते हुए मनोरंजन करने के विधा को भी रेखांकित किया है।