अमेरिकी विदेश विभाग ने यूक्रेन और मध्य पूर्व में चल रहे संघर्षों को सुलझाने में भारत के साथ जुड़ने की इच्छा व्यक्त की है. अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने नई दिल्ली को वाशिंगटन का एक प्रमुख भागीदार बताया.
दैनिक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए, मिलर ने कहा, ‘सचिव ( विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन) का अपने समकक्ष (एस जयशंकर) के साथ घनिष्ठ उत्पादक कामकाजी संबंध है. हमने पिछले कुछ महीनों में उनका यहां स्वागत किया है. सचिव सितंबर के बाद से दो बार भारत की यात्रा कर चुके हैं. राष्ट्रपति बाइडेन ने इस वर्ष भारत की यात्रा की है.
‘भारत की रचनात्मक भागीदारी का स्वागत करेंगे’
यह पूछे जाने पर कि यूरोप में रूस-यूक्रेन संघर्ष और मध्य पूर्व में इज़राइल-हमास संघर्ष को सुलझाने में भारत क्या भूमिका निभा सकता है, विदेश विभाग के प्रवक्ता ने जवाब दिया, ‘मैं कहूंगा कि हम इन दोनों मामलों में भारत की रचनात्मक भागीदारी का स्वागत करेंगे क्योंकि हम दुनिया भर के देशों की रचनात्मक भागीदारी का स्वागत करते हैं.’
भारत-अमेरिका के गहरे होते रिश्ते
बता दें विदेश मंत्री जयशंकर सितंबर में अमेरिका की नौ दिवसीय यात्रा पर गए थे. जयशंकर ने अपनी यात्रा के समापन के बाद एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया, ‘भारत और अमेरिका: क्षितिज का विस्तार.’
बाइडेन की भारत यात्रा
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन भी नई दिल्ली की अध्यक्षता के दौरान जी20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत आए थे. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक की और व्यापक रणनीतिक साझेदारी के लिए संबंधों को और विस्तार देने की जरुरतों पर बल दिया.
पीएम मोदी की यूएस यात्रा
पीएम मोदी इस साल जून में अमेरिका की राजकीय यात्रा पर गए थे. व्हाइट हाउस में उनका जोरदार स्वागत हुआ. उन्होंने राष्ट्रपति बाइडेन के साथ द्विपक्षीय बैठक भी की, जिसके बाद दोनों देशों ने कई नई पहलों पर हस्ताक्षर किए.