जनता और ईशा स्वयंसेवकों ने ध्यानलिंग और लिंग भैरवी मंदिरों, तीर्थकुंडों, नंदी, आदियोगी और ईशा के अन्य स्थानों पर मिट्टी के दीपक जलाकर त्योहार का जश्न मनाया. इस मौके पर ईशा आश्रम में कई दीपक जलाकर सजाया गया. सद्गुरु द्वारा दुनिया को समर्पित ध्यानलिंग की 24वीं वर्षगांठ मनाने के लिए एक विशेष नाद आराधना, लाइव म्यूजिक प्रोग्राम का आयोजन किया गया. लिंग भैरवी का पूर्णिमा अभिषेक आयोजित किया गया और उसके बाद नंदी के सामने महा आरती की गई.
40 लाख से ज्यादा श्रद्धालु त्योहार का जश्न मनाने के लिए यहां पहुंचे. हजारों भक्तों ने ‘अरुंचलेश्वर’ का जाप करते हुए दिन भर की पूजा की, जिसका समापन कार्तिगई दीपम उत्सव के आखिरी दिन, यानी रविवार को शाम 6 बजे अन्नामलाई पहाड़ियों पर ‘महा दीपम’ के साथ हुआ. दिन की शुरुआत पूजा के साथ हुई, जिसके बाद सुबह 4 बजे मंदिर में ‘भरणी दीप’ जलाया गया.
Tamil Nadu | On the occasion of the festival of Karthigai Deepam, the Isha Ashram in Coimbatore was illuminated by the light of thousands of Deepams.
The public and Isha volunteers celebrated the festival by lighting clay lamps at the Dhyanalinga and Linga Bhairavi temples, the… pic.twitter.com/O2BnBLOdqe
— ANI (@ANI) November 26, 2023
पंच रथम जुलूस का आयोजन
तमिलनाडु के तिरुवन्नामलाई जिले में 10 दिवसीय कार्तिगई दीपम उत्सव के हिस्से के रूप में पंच रथम जुलूस का भी आयोजन किया गया. जुलूस गुरुवार सुबह शुरू हुआ और 27 नवंबर की सुबह 5.23 बजे समाप्त हुआ. ‘कार्तिगई दीपम’ उत्सव के दौरान हजारों भक्तों ने पंच रथम (रथ खींचने वाले) जुलूस में हिस्सा लिया. पांच रथ- विनयगर रथ, सुब्रमण्यर रथ, अन्नामलयार रथ, परशक्ति अम्मन रथ और चंडिकेश्वर रथ जुलूस में शामिल हुए.
‘महादीपम’ जलाने पर भक्त ने गाए भजन
कार्तिगई उत्सव के मौके पर रविवार को मदुरै के तिरुप्परनकुंद्रम में श्री सुब्रमण्यस्वामी मंदिर के पास पहाड़ी के ऊपर एक महादीप जलाया गया. भक्त मंदिर के चारों ओर सड़कों पर खड़े हो गए और ‘महादीपम’ जलाए जाने के मौके पर भजन गाए. ‘कार्तिगई दीपम’ उत्सव हर साल कार्तिकाई महीने की पूर्णिमा के दिन आयोजित किया जाता है. यह त्योहार भगवान कार्तिकेय को समर्पित है. लोग मिट्टी के दीपक जलाते हैं और अपने परिवार की समृद्धि के लिए प्रार्थना करते हैं.